एमएम कॉलेज ऑफ एजुकेशन में ‘छात्र जीवन में भगवद् गीता का महत्व’ विषय पर एक सप्ताह तक विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया। इन सत्रों का उद्देश्य भगवद् गीता की शिक्षाओं के महत्व को छात्रों के जीवन में रेखांकित करना और इसके व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर प्रकाश डालना था। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न वक्ताओं डॉ. ज्योति, डॉ. कमला जोशी, सुनीता तलवार, डॉ. नरेंद्र कुमार और सुमन मैडम ने भगवद् गीता के श्लोकों की व्याख्या की और आधुनिक जीवन में, विशेषकर छात्रों के जीवन में, गीता के उपदेशों की प्रासंगिकता पर चर्चा की।
डॉ. ज्योति ने श्लोकों और उनके व्यावहारिक ज्ञान पर प्रकाश डाला वहीं डॉ. कमला जोशी ने भजनों के माध्यम से भक्ति का महत्व समझाया। सुनीता तलवार ने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने, कर्मयोगी बनने, कृतज्ञता महसूस करने, आत्म-स्वीकृति, लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयास, बुद्धिमानी से कार्य करने, योजना बनाने और ध्यान के माध्यम से स्थितियों को संभालने के महत्व पर बल दिया। सुमन मैडम ने अर्जुन-कृष्ण संवाद और कौरव-पांडव के उदाहरणों के माध्यम से नैतिक मूल्यों पर प्रकाश डाला और भारतीय ज्ञान प्रणालियों के साथ गीता के संबंधों पर चर्चा की। डॉ. नरेंद्र कुमार ने भगवद् गीता के विभिन्न अध्यायों और विषयों पर चर्चा की और छात्रों के लिए इनकी उपयोगिता बताई। इसके अतिरिक्त, छात्रों ने भी भजनों और श्लोकों के पाठ के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी।
इन सत्रों में भगवद् गीता के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा हुई, जिसमें कर्म का सिद्धांत, भक्ति, ज्ञान, और योग शामिल थे। वक्ताओं ने भगवद् गीता के संदेशों को छात्रों के जीवन में कैसे उतारा जा सकता है, इस पर भी मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम की समन्वयक एवं इंचार्ज डॉ. गुंजन बजाज और कुमारी रेखा थी। समापन समारोह में उन्होंने सभी स्टाफ सदस्यों को विशेष रूप से डॉ. ज्योति, डॉ. कमला जोशी, सुनीता तलवार, डॉ. नरेंद्र कुमार, सुमन मैडम और छात्रों के योगदान की सराहना की व उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। कॉलेज के उपप्रधान श्री संजीव बत्रा जी ने इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए प्राचार्या डॉ जनक रानी व इंचार्ज डॉ. गुंजन बजाज और कुमारी रेखा के योगदान को सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।