भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए अहम है। इस दिन भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र के प्रत्येक चुनाव में भागीदारी की शपथ लेनी चाहिए, क्योंकि भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देश के भावी भविष्य की नींव रखता है, इसलिए हर एक व्यक्ति का वोट राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनता है। इसी उद्देश्य से आज एमएम शिक्षण महाविद्यालय में एनएसएस विभाग की ओर से मतदाता शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जागरूकता अभियान के तहत विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई ताकि पात्र नागरिक की निर्वाचक सहभागिता को बढ़ाया जा सके और प्रत्येक नागरिक मतदाता के रुप में पंजीकृत हो सके।
एनएसएस इंचार्ज डॉ. कमला जोशी ने बताया कि विद्यार्थियों को लोकतंत्र में मतदान के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग का गठन भारतीय संविधान के लागू होने से 1 दिन पहले 25 जनवरी 1950 को हुआ था, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतांत्रिक देश बनने वाला था। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस यानि 25 जनवरी को ही ’राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की थी। 2011 से ही हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। कॉलेज की प्राचार्या डॉ. जनक रानी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस का हर वर्ष आयोजन सभी भारत के नागरिकों को अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्य की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रत्येक नागरिक की मतदान प्रक्रिया में भागीदारी जरूरी है, क्योंकि भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने मत का प्रयोग सोच-समझकर करना चाहिए और ऐसी सरकारें या प्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान करना चाहिए, जो कि देश को विकास और तरक्की के पथ पर ले जा सकें। यह सिर्फ और सिर्फ तभी हो सकता है, जब हम सभी मतदान करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में सभी स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।