विद्यार्थियों के आत्मविश्वास और मनोबल को बढ़ाता है कुछ मिनट का मेडिटेशन : डॉ. जनक रानी
बीएड कॉलेज में विद्यार्थियों को बताया मेडिटेशन का महत्व
फतेहाबाद।
वर्तमान की तनाव एवं भागदौड़ के जीवन में तनाव व अवसाद से उबरने के लिए ध्यान और योगा अत्यावश्यक है। खासकर आज के प्रतिस्पर्धा के युग में विद्यार्थियों को मेडिटेशन अवश्य करना चाहिए। मेडिटेशन करने से छात्रों की ध्यान देने की क्षमता बढ़ती है, जिससे वे अपनी पढ़ाई पर ज़दा ध्यान दे पाते हैं। यह बात एमएम शिक्षण महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. जनक रानी ने कॉलेज में आयोजित मेडिटेशन शिविर में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कही। कॉलेज में स्पोर्ट्स एंड योगा क्लब की तरफ से मेडिटेशन पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में विद्यार्थियों को मेडिटेशन के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया ताकि वह खुशहाल व तनावमुक्त जीवन जी सके। स्पोर्ट्स एंड योगा क्लब के इंचार्ज प्रो. पुनीत सहारण ने विद्यार्थियों को मेडिटेशन के तरीके और इसके लाभों के बारे में जानकारी दी।
प्रो. पुनीत सहारण ने कहा कि मेडिटेशन से छात्रों का मन शांत रहता है और वे ज्यादा आराम महसूस करते हैं। इससे तनाव कम होता है और तंत्रिका तंत्र शांत रहता है। नियमित मेडिटेशन से छात्रों का आईक्यू भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि नियमित मेडिटेशन से छात्रों की रचनात्मक सोच, समझ, और अन्य संज्ञानात्मक प्रतिभाएं बेहतर होती हैं और उनकी चिंता कम होती है। प्राचार्य डॉ. जनक रानी ने कहा किमेडिटेशन करने से शारीरिक और मानसिक परेशानियों को कम किया जा सकता है। नियमित रूप से अगर आप कुछ मिनट मेडिटेशन करते हैं, तो यह तनाव, चिंता जैसी परेशानियों को कम करता है। यह हमारे आत्मविश्वास और मनोबल को भी बढ़ाता है। उन्होंने विद्यार्थियों से मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की भी अपील की। इस अवसर पर कॉलेज के स्टाफ सदस्य भी मौजूद रहे।