मनोहर मैमोरियल शिक्षण महाविद्यालय में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया है। कॉलेज के वूमैन सैल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. गुंजन बजाज ने भाग लिया। उन्होंने छात्राओं को महिला हिंसा के खिलाफ आवाज बुलंद करने और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कॉलेज की छात्राओं को महिलाओं के अधिकारों के बारे में भी विस्तार से जानकारी देकर उन्हें जागरूक करने का प्रयास किया।
डॉ. गुंजन बजाज ने कहा कि हमारे समाज में महिला हिंसा को खत्म करने के लिए शिक्षा, कानूनी सहायता, और सामाजिक बदलाव की आवश्यकता है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए सभी को एकजुट होना होगा और इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि इस दिन हम महिलाओं के अधिकारों और उनके सम्मान की रक्षा के लिए सामूहिक प्रयासों को प्रेरित करने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वभर में आज का दिन महिला हिंसा के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा के मुद्दे को उजागर करने और इसके खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है। इस दिन की शुरुआत 1960 में डोमिनिकन रिपब्लिक में हुई थी, जब तीन बहनों पैट्रिया, मिरेबल और एंटोनिया मिराबल को तानाशाही शासन के खिलाफ संघर्ष करने के कारण हत्या कर दी गई थी। डॉ. गुंजन बजाज ने कहा कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा आज दुनिया भर में सबसे व्यापक, लगातार और विनाशकारी मानवाधिकार उल्लंघनों में से एक है। चुप्पी, कलंक, शर्म, पीडि़तों के लिए सुरक्षा और निवारण की कमी के कारण यह काफी हद तक सामने नहीं आता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दुनिया भर में लगभग तीन में से एक महिला और लडक़ी को हिंसा का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर डॉ. कमला जोशी, सुमनलता एवं अन्य स्टाफ सदस्य भी मौजूद रहे।