मनोहर मेमोरियल कॉलेज ऑफ एजुकेशन, फतेहाबाद में ईएसएमसी एवं एन एसएस यूनिट के संयुक्त तत्वावधान में विद्यार्थियों को प्राकृतिक आपदा से निपटने को लेकर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) बठिंडा के सहयोग से ‘प्राकृतिक आपदा’ विषय पर आयोजित इस कार्यशाला और व्याख्यान में काफी संख्या में कॉलेज के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यशाला में एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट संदीप कुमार ने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के विभिन्न उपायों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन, प्राथमिक उपचार और बचाव कार्यों की महत्ता के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन हाल के समय में बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपदा से पहले, उसके दौरान और उसके बाद होने वाले खतरों से निपटना है। आपदा प्रबंधन एक बीमारी को ठीक करने के लिए दवा लेने जैसा ही कार्य है। यदि हमें आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी होगी तो हम आपदा के समय होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम सकते हैं और इसमें युवा सबसे अधिक भागीदार बन सकते है। कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के सेमिनार हॉल में हुआ, जिसमें विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही। इस अवसर पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ. जनक रानी और अन्य स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे। प्राचार्या ने इस तरह की कार्यशालाओं को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। कॉलेज एनएसएस इंचार्ज डॉ. कमला जोशी ने बताया कि आपदा प्रबंधन के बारे में विद्यार्थियों को पूर्ण जानकारी होना बेहद जरूरी है ताकि वह किसी भी तरह की आपदा के समय लोगों को बहुमूल्य जिंदगियों को बचाने में अपना सहयोग कर सकें। प्राचार्या डॉ. जनक रानी ने कहा कि विद्यार्थियों को प्राथमिक चिकित्सा करना बहुत जरूरी है। कार्यशाला में उपस्थित सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों ने प्राकृतिक आपदा प्रबंधन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कीं। कार्यशाला विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में जागरूक करने और समाज सेवा के प्रति प्रेरित करने का एक सराहनीय प्रयास रही।